♥️मोहब्बत की वो रात – Romantic Shayari in Hindi | Love Poetry

 



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उस रात… चाँद जैसे ज़्यादा करीब था…

शायद इसलिए… क्योंकि तू मेरे सामने थी।


तेरी आँखों में… एक अजनबी सी चुप्पी थी,

जिसमें मोहब्बत का… समंदर बह रहा था।



तेरे चेहरे पर… वो मासूमियत थी,

जो किसी नन्ही सुबह में खिलते पहले फूल में होती है।


तेरी पलकें झुकतीं…

तो लगता जैसे सूरज ढल रहा हो,

और तेरी पलकें उठतीं…

तो लगता जैसे नई सुबह जन्म ले रही हो।




तेरी मुस्कान… मेरे दिल की हर दीवार गिरा देती थी।

तू चुप थी… मगर तेरी सांसें,

मेरे दिल की किताब में… नए पन्ने लिख रही थीं।


मैंने पहली बार महसूस किया…

कि मोहब्बत… सिर्फ देखी नहीं जाती…

ये सांसों में उतरती है,

रूह में घुलती है,

और दिल की हर धड़कन में… बस जाती है।




तू मेरे सामने बैठी थी…

तेरे बालों की खुशबू… हवा में घुल रही थी।


तेरा हाथ… जैसे ही मेरे हाथ में आया,

मेरे जिस्म में… जैसे बिजली दौड़ गई।

तेरी उंगलियों का वो नर्म एहसास…

मेरे होंठों तक… एक अनकहा पैगाम पहुँचा गया।



हम खामोश थे…

पर हमारी सांसें…

जैसे आपस में मोहब्बत का इकरार कर रही थीं।


तेरी धड़कनें… मेरे सीने से टकरा रही थीं,

और उनके हर सुर में… एक अनसुना गीत बज रहा था।




तेरी पलकों के साये में…

मैंने अपने ख्वाब सजाए।

तेरी हथेलियों की गर्मी में…

मैंने अपना हर दर्द… भुला दिया।


तेरा सिर… मेरे कंधे पर आते ही…

मेरी रूह ने… तेरा नाम पढ़ना शुरू कर दिया।




तेरे कान के पास…

जब मैंने अपना नाम कहा…

तो लगा जैसे वक्त थम गया हो।


तेरे होंठों की हल्की सी मुस्कान…

मेरे दिल को बेहिसाब बेचैन कर रही थी।

तेरे गालों का गुलाबी रंग…

मेरी मोहब्बत का जवाब दे रहा था।


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तू करीब आती गई…

और दुनिया की हर आवाज़…

हमसे दूर जाती गई।


बस एक तेरा चेहरा… तेरी आँखें…

और तेरी सांसें…

मेरे पूरे जहां को घेर चुकी थीं।






तेरी बाहों में जो गर्मी थी…

वो किसी मौसम की मोहताज नहीं थी।

तेरी धड़कनों की रफ्तार…

मेरे दिल के संगीत में घुलकर,

एक नया गीत बना रही थी।





उस रात… चाँदनी हमारी गवाह थी,

हवा… हमारी खबरदार,

और सितारे… हमारी मोहब्बत के पहरेदार।


मैंने तुझसे कोई वादा नहीं किया…

क्योंकि तेरी आँखों में पहले से ही…

मेरी वफ़ा लिखी थी।


मैंने तुझसे कोई कसमें नहीं खाईं…

क्योंकि मेरी सांसों में…

पहले ही तेरी खुशबू बस चुकी थी।




जब तक ये सांसें हैं…

तेरी मोहब्बत…

मेरा इबादतखाना रहेगी।

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